नागपुर : वीएमवी कॉलेज की प्रा. डॉ. सोनू जेसवानी को दूसरी बार पीएचडी की उपाधि प्रदत्त
@महेश कुमार शर्मा
नागपुर। वीएमवी कॉलेज की हिंदी विषय की एसोसिएट प्रोफेसर तथा रातुम नागपुर विद्यापीठ की हिंदी विषय की शोध निर्देशक डॉ. सोनू जेसवानी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की प्रमुुख उपस्थिति में रातुम नागपुर विद्यापीठ के 111वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमेश बैस के हाथों फाइन आर्ट्स ड्रैमेटिक्स (नाट्यकला) में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। उनके शोध का विषय था - "भारतीय एवं पाश्चात्य सौंदर्यशास्त्रीय स्थापनाओं का तुलनात्मक अध्ययन - नाट्यकला के विशेष सन्दर्भ में"।
देश-विदेश की उपलब्धियां
उल्लेखनीय है कि डॉ. सोनू जेसवानी के शोध प्रपत्र राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में उनकी विशेष शोध-दृष्टि, विश्लेषण तथा तार्किक प्रतिभा के लिए सराहे जाते हैं। अनुसंधान क्षेत्र में उनकी विशिष्टतम उपलब्धि है कि राष्ट्रपति भवन उच्च अध्ययन शोध संस्थान, शिमला द्वारा 'अध्ययन सप्ताह' के लिए उनका चयन किया जा चुका है। यूजीसी, दिल्ली से उनके रिसर्च प्रोजेक्ट को अनुदान मिला। मॉरीशस की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में वे शोध प्रपत्र प्रस्तुत कर चुकी हैं। हिंदी साहित्य, इंग्लिश लिटरेचर, लिंग्विस्टिक्स, गांधियन थॉट , नाट्यशास्त्र में स्नातकोत्तर पदवी, हिंदी विषय में नेट व सेट परीक्षाएं उत्तीर्ण डॉ. जेसवानी हिंदी विषय में पीएचडी के उपरांत नाट्यकला में प्राप्त इस पीएचडी उपाधि का पूर्ण श्रेय वीएमवी महाविद्यालय के अध्यक्ष योगेशभाई पटेल, उपाध्यक्ष अधि. नरेन्द्रभाई झा, महामंत्री अधि. संजयभाई ठाकर, बी.वोक. नाट्य पाठ्यक्रम की संरक्षक अधि. वोल्गा ठाकर, बी.वोक. के नोडल ऑफिसर प्राचार्य डॉ. अभय मुद्गगल तथा अपने गाइड महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के प्रदर्शनकारी कला विभाग के प्रो. सतीश पावड़े, ललित कला विभागाध्यक्ष डॉ. संयुक्ता थोरात को देती हैं। उन्होंंने वीएमवी कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर राजेश बागड़ी, रातुम की पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा दाढ़े, पूर्व प्रिंसिपल डॉ. ज्योति पाटिल, प्रिंसिपल डॉ. श्रद्धा नायडू और शुुभचिंतकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।
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