संत गाडगे महाराज के सिद्धांतों से दूर हो सकती है समाज की विषमता : आदित्य शर्मा
गोपालकाला एवं महाप्रसाद से संत गाडगे महाराज पुण्यतिथि कार्यक्रम का समापन
@ सुनो सुनो रिपोर्ट |
नागपुर | बेरोजगारों को रोजगार, पशु-पक्षियों की रक्षा, गरीब युवाओं का विवाह, दुखी और निराश लोगों को हिम्मत, भूखों को भोजन, प्यासों को पानी, गरीब बच्चों को शिक्षा देने में मदद करना श्री संत गाडगे महाराज के सिद्धांत हैं। यदि सभी ने इन सिद्धांतों का सही तरीके और गंभीरता से पालन किया तो समाज की विषमता को आसानी से दूर किया जा सकता है। ये विचार संत गाडगे महाराज धर्मशाला के अध्यक्ष आदित्य शर्मा ने गाडगे महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर व्यक्त किए। प्रारंभ में संस्था के सभी विश्वस्त पदाधिकारियों ने पूजा अर्चना कर संत गाडगे महाराज एवं संस्था के प्रथम अध्यक्ष स्व. रिखबचंद शर्मा के तैलचित्र को माल्यार्पण कर अभिवादन किया।
कार्यक्रम में टी. बी. देवतले, संजय पौलकर, सुरेंद्र भिलकर, नारायण वानखेड़े, डॉ. सतीश सेलुकर, दीपक मेनारिया, रामेश्वर कोरडे, अजय पांडे, जगन्नाथ फाले, भोला बैसवारे, राजेंद्र खैरनार (नाशिक) राहुल शर्मा, नरेंद्र पालटकर आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। धर्मशाला परिसर में संस्था के कोषाध्यक्ष किशोर शर्मा के हाथों दही हांडी और गोपालकाला का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सभी पदाधिकारियों ने प्रसाद का वितरण किया।
इस अवसर पर साईं कृपा भजन मंडल हुडकेश्वर रोड एवं संत केशर माता भजन मंडल के गायकों जगदीश शर्मा, पूजा तुमाने, शीला विरुलकर, संगीता काले ने श्री संत गाडगे महाराज पर एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर सभी श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम की सफलता के लिए नितिन दौंड़कर, मंगेश क्षीरसागर, प्रज्योत बुचुंडे, योगेश वानखेड़े, हेमराज तिरपुरकर आदि ने अथक प्रयास किए। महाप्रसाद के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
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