गुजरात : मोरबी में दर्दनाक दुर्घटना, पुल टूटने से 91 लोगों की मौत, 70 घायल, 100 की तलाश
@ सुनो सुनो नेटवर्क |
गुजरात के मोरबी में रविवार रात केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। हादसे में 91 लोगों की मौत हो गई। जबकि से 70 ज्यादा लोग घायल हो गए। मृतकों में 50 से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। करीब 100 लोगों की तलाश जारी है। हादसे के कारणों की जांच के लिए पांच सदस्यीय एसआईटी बनाई गई है।
यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। हाल ही में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से इसके मरम्मत का काम पूरा किया गया था। 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की थी। लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए। लेकिन कई लोग झूले पर अटके रहे।
मोरबी का 765 फीट लंबा यह सस्पेंशन ब्रिज 140 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस पुल पर जाने के लिए 15 रुपए फीस लगती थी। ब्रिज के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ओरेवा ग्रुप के पास है। इस ग्रुप ने मार्च 2022 से मार्च 2037 यानी 15 साल के लिए मोरबी नगरपालिका के साथ एक समझौता किया है। ग्रुप के पास ब्रिज की सुरक्षा, सफाई, रखरखाव, टोल वसूलने और स्टाफ का प्रबंधन है।
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से घटना की जानकारी ली। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। इसके अलावा कच्छ और राजकोट से तैराकों और दमकल की सात टीमें रवाना की गई हैं। कंट्रोल रूम और हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
इधर, हादसे पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने कहा कि चुनाव की जल्दबाजी में भाजपा ने पुल को लोगों के लिए जल्दी खोल दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की खबर बेहद दुःखद है। ऐसे मुश्किल समय में मैं सभी शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
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