गडचिरोली में कमजोर पड़ा नक्सलवाद, कई नक्सली दल भंग, नक्सलियों की संख्या में भारी गिरावट
@ सुनो सुनो रिपोर्ट | गडचिरोली
महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले में बीते पांच साल के दौरान नक्सली गतिविधियों में भारी गिरावट देखी गई है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि वहां नक्सलवाद कमजोर पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गडचिरोली जिले में पिछले कुछ वर्षों में नक्सली दलों में कोई भर्ती नहीं हुई है। साथ ही नक्सली दलों की संख्या में कमी आई है। नक्सली गतिविधियों में गिरावट के कुछ कारण बताए जा रहे हैं। इनमें पुलिस से हुई मुठभेड़ में जिले में नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व का खात्मा, नक्सलियों की गिरफ्तारी, बड़ी संख्या में नक्सलियों के हथियार डालने और पुनर्वास कार्यक्रम का प्रभावी कार्यान्वयन शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि खासकर उत्तरी गडचिरोली क्षेत्र में कई नक्सली दल भंग कर दिए गए हैं। इससे नक्सलियों की संख्या 180 से गिरकर 120 रह गई है। पुलिस ने पिछले दो वर्षों में 54 नक्सलियों को मार गिराया। जबकि कई अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2017 से 31 अगस्त 2022 तक पुलिस से हुई मुठभेड़ में 137 नक्सली मारे गए। इसी अवधि के दौरान 196 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि 91 अन्य ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।
पुलिस ने 13 नवंबर 2021 को मर्दिनटोला जंगल में हुई मुठभेड़ में शीर्ष नक्सली नेता मिलिंद तेलतुम्बडे और उत्तरी गडचिरोली के कई नक्सली नेताओं समेत 26 अन्य नक्सलियों को मार गिराया था। यह पुलिस की बड़ी सफलता थी। उत्तरी गडचिरोली में नक्सलियों को मध्य से लेकर शीर्ष स्तर तक नेतृत्व की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
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