रामटेक : मॉयल की मनसर खदान के डैम्प में डूबने से लड़के की मौत, परसोड़ा-वाहीटोला में हादसा
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मृतक चंद्रपाल इंगले (फाइल फोटो) |
@ सुनो सुनो रिपोर्ट |
नागपुर की रामटेक तहसील के परसोड़ा (वाहीटोला) में बड़ा हादसा हो गया है। यहां मैंगनीज कंपनी माॅयल लिमिटेड की मनसर खदान के डैम्प में डूबने से एक लड़के की मौत हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मनसर निवासी चंद्रपाल इंगले (17) वाहीटोला में मॉयल के डैम्प के पास खाना खाकर हाथ व बर्तन धोने गया था। तभी वह फिसलकर डैम्प में गिर गया। डैम्प में पानी का स्तर इतना ज्यादा था कि चंद्रपाल डूब गया। यह हादसा शुक्रवार को हुआ। शनिवार सुबह तक मृतक का शव नहीं मिला था। इसलिए मृतक के परिजनों ने कांग्रेस नेता और पंचायत समिति रामटेक के पूर्व उपसभापति उदयसिंह उर्फ गज्जू यादव से संपर्क किया।
गज्जू यादव ने तत्काल जिलाधिकारी विपिन इटनकर से संपर्क कर, उनसे तुरंत एसडीआरएफ की टीम भेजने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाई। उसके बाद नागपुर से मात्र एक घंटे की अवधि में अग्निशमन विभाग के अधिकारी गोताखोर सहित घटना स्थल पहुंचे। हालांकि, इससे पहले ही गज्जू यादव ने तीन स्थानीय मछुआरों लक्ष्मण नागपुरे, विशाल नान्हे, चैतराम पचारे को घटनास्थल पर तैनात कर दिया था। मछुआरों ने जाल लगाकर शव खोज निकाला।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधायक चंद्रशेखर बावनकुले ने भी जिलाधिकारी से मामले की पूरी जानकारी ली। साथ ही मृतक का शव मिलने तक प्रशासन के संपर्क में रहे। पुलिस ने संबंधित धारा 174 के तहत (मर्ग क्रमांक 72/2022) प्रकरण दर्ज किया है। आगे की कार्यवाही रामटेक पुलिस स्टेशन के प्रभारी पीआई राहुल सोनोने के मार्गदर्शन में पीएसआई सोनटक्के, हेड कांस्टेबल सुरेश धुर्वे, पुलिस सिपाही गोरक्षनाथ निम्बारते कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले भी परिसर में स्थित मनसर खदान के डैम्प में हादसे हुए हैं, जिनमें लोगों की जान गई है।
श्रम कानून की उड़ाई जा रहीं धज्जियां : गज्जू यादव
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उदयसिंह उर्फ गज्जू यादव (फाइल फोटो) |
गज्जू यादव ने मामले को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि चंद्रपाल इंगले रामटेक रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे के एक ठेकेदार के तहत विद्युतीकरण कार्य के लिए गड्ढे खुदाई का काम कर रहा था। यह भारी जोखिम का काम है। इसके बावजूद 17 साल के लड़के को इस काम में लगाया गया था, जो कि श्रम कानून का घोर उल्लंघन है। गज्जू यादव ने कहा कि वे इस मामले में सांसद मुकुल वासनिक एवं विधायक चंद्रशेखर बावनकुले के माध्यम से ठेकेदार और मैनेजर की शिकायत केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव से करेंगे।
गज्जू यादव ने यह भी कहा कि मॉयल, डब्ल्यूसीएल और रेलवे जैसे क्षेत्र केंद्रीय श्रम आयुक्त कार्यालय के अंतर्गत हैं। इन क्षेत्रों में बाल मजदूरों से काम कराया जा रहा है। इसके बावजूद केंद्रीय श्रम आयुक्त कार्यालय मामले की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। अधिकारियों को वातानुकूलित कार्यालयों से बाहर आकर देखना चाहिए कि कैसे नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गज्जू यादव ने यह भी कहा कि डब्ल्यूसीएल में स्थिति ज्यादा विकट है। वहां ऐसे लोगों के नाम से भी वेतन निकल रहा है, जो ठेकेदारों के काम पर नहीं हैं।
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