भारतवंशी ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री, 50 दिन बाद ही चमकी किस्मत

ऋषि सुनक।

@ वर्ल्ड मीडिया रिपोर्ट|

भारतवंशी ऋषि सुनक (42) ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। उन्हें कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुन लिया गया है। पार्टी ने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है। सुनक ब्रिटेन के पहले एशियाई मूल के प्रधानमंत्री होंगे। वे आधिकारिक तौर पर मंगलवार से प्रधानमंत्री पद संभाल सकते हैं। इससे पहले पेनी मॉरडांट ने अपनी दावेदारी वापस ले ली थी।

सुनक ने कहा कि सांसदों के समर्थन से वे विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा,  'अपनी पार्टी और अपने देश को कुछ वापस दे पाना सबसे बड़ा सम्मान है। मैं वादा करता हूं कि पूरी ईमानदारी और विनम्रता से सेवा करूंगा। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाऊंगा।सुनक ने निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस को मुश्किल परिस्थितियों में नेतृत्व संभालने के लिए शुक्रिया कहा। 

सुनक ने 2015 में 35 साल की उम्र में, पहली बार सांसद का चुनाव जीता था। केवल सात वर्षों में वे आज प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वे भारत के विख्यात उद्योगपति और इंफोसिस कंपनी के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उन्होंने अक्षता मूर्ति से साल 2009 में शादी की थी।

बोरिस जॉनसन कैबिनेट में ऋषि सुनक वित्त मंत्री थे। साल 2015 से सुनक यॉर्कशर के रिचमंड से कंजर्वेटिव सांसद चुने जा रहे थे। उनके पिता डॉक्टर थे। मां फार्मासिस्ट थीं। भारतीय मूल के उनके परिजन पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन आए थे। 

ऋषि सुनक का जन्म हैंपशर के साउथहैम्टन में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा विंचेस्टर कॉलेज में ली। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दर्शन, राजनीति, अर्थशास्त्र और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई की। राजनीति में दाखिल होने से पहले इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में काम किया। एक निवेश फर्म भी स्थापित की। ऋषि सुनक और अक्षता की दो बेटियां हैं। ऋषि सुनक कह चुके हैं कि उनकी एशियाई पहचान उनके लिए मायने रखती है। उन्होंने कहा था,  'मैं पहली पीढ़ी का अप्रवासी हूं। मेरे पूर्वज ब्रिटेन आए थे।' 

ऋषि सुनक छह हफ्ते पहले भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में थे। प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने इस्तीफा दिया तो सुनक दोबारा दौड़ में आ गए। इस बीच यह चर्चा भी रही कि पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी पद पर वापसी कर सकते हैं। जेरेमी हंट का नाम भी सामने आया। लेकिन उन्होंने लीडरशिप की दौड़ में शामिल होने से इनकार कर दिया। इस बीच पेनी मॉरडांड ने प्रधानमंत्री पद के लिए आधिकारिक तौर पर अपनी दावेदारी पेश की। पेनी पिछली दौड़ में भी शामिल हुई थीं। लेकिन नाकाम रही थीं।

पिछली बार कहां चूके ऋषि सुनक, अब कैसे मिला मौका?

बीती 5 सितंबर को ऋषि सुनक को हराकर लिज ट्रस कंजर्वेटिव पार्टी की नेता बनीं। अगले दिन लिज ट्रस ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। दो दिन बाद ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की उम्र में निधन हो गया। 23 सितंबर को सरकार ने मिनी बजट की घोषणा की, जिसमें 45 अरब की टैक्स कटौती के बारे में कहा गया था। इससे बाजार में अस्थिरता फैलने लगी। उसके बाद डॉलर के मुकाबले पाउंड अपने न्यूनतम स्तर तक पहुंच गया। सरकार ने इनकम टैक्स की ऊंची दर का फैसला पलटा। फिर ट्रस ने क्वाजी क्वार्टेग को बर्खास्त कर जेरेमी हंट को वित्त मंत्री बनाया। लेकिन गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने इस्तीफा दे दिया। सुएला ने कहा कि सरकार गलत दिशा में जा रही है। ट्रस ने 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इससे ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया।

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